हम कौन थे, क्या हो गये हैं, और क्या होंगे अभी ।
आओ विचारें आज मिलकर, ये समस्याएं सभी ।।
एक और व्यक्ति से मिलना है-
फिर कुछ और से, एक इकाई बनानी है-
पहचान करनी है-
समस्याओं की, जरूरतों की-
जीवन स्तर के उत्थान में प्रगति के उपायों की।
सबसे आसान को कर डालना है,
निदान ढूँढना है - कार्यान्वित करना है
अगली जरूरत / समस्या का-
सक्रिय रखना है अन्य लोगों को भी।
तलाश बैठकों
की कुल सं0
0
तलाश के
कुल इकाई
0
तलाश के कुल
सदस्यों की सं0
0
तलाश के
शुरुआत वर्ष
2002
क्रम सं0 | तिथि | तलाश इकाई | विचार/नीति | Comment |
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क्रम सं0 | तिथि | समय | बैठक का स्थान | विवरणी | तलाश इकाई | Comment |
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